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[संगीत] हेलो एंड नमस्ते वेलकम टू प्लानेट आयुर्वेदा आज के इस मॉडर्न युग में बहुत सारी फैसिलिटी हमारे पास है इसके साथ-साथ एनवायरमेंट पोल्यूशन और बहुत सारे चेंजेज की वजह से बीमारियां भी बढ़ती जा रही है लेकिन उन बीमारियों का इलाज हो सकता है संभव हो सबसे इंपॉर्टेंट आप सही जगह पर पहुंचे उस इंसान के पास पहुंचे जो आपकी इस डिजीज को आपकी बीमारी को ठीक कर सकता है प्लेनेट आयुर्वेदा एक ऐसी ही जगह है जिस तरह से मैम ने हमें ढूंढ निकाला हमारे पास पहुंची और अपनी बीमारी का हल बीमारी का इलाज यहां पाया उसी तरह से हम उम्मीद करते हैं कि आप भी जिस भी समस्या से जूझ रहे हो एक बार आएं और हो सकता है आपकी प्रॉब्लम का सलूशन भी आपको प्लानेट आयुर्वेदा के पास मिल जाए चलिए बात करते हैं मैम से और जानते हैं इनकी क्या कहानी है और कैसे इन्होंने प्लानेट आयुर्वेदा को खोजा हेलो मैम हेलो मैम वेलकम टू प्लानेट आयुर्वे मैम आपका नाम बताए दीपा भंडारी जी तो मैम शुरुआत थोड़ा पीछे लेकर जाना चाहूंगी आपको शुरुआत की बात करते हैं आपको क्या प्रॉब्लम थी और कैसे आपने पहचाना कि कुछ ठीक नहीं है जिसके लिए आपको लगा कि मुझे डॉक्टर को कंसल्ट करने की जरूर जरूरत है मैं आफ्टर प्लस टू शिमला से 2006 में चंडीगढ़ आई थी तो फिर हम मतलब मैंने एडमिशन लिया था जीसीजी में जीसीजी 42 में तो फिर क्या हुआ कि उस टाइम में फिर शायद मुझे लगता है वेदर भी जैसे शिमला का वेदर बहुत ठंडा है मैं शिमला से मतलब मैं वैसे किन्नौर से हूं डिस्ट्रिक्ट किन्नौर की हूं तो मैं स्टडी के लिए शिमला आ गई थी जी तो फिर एकदम से फिर प्लस टू के बाद फिर मैंने सोचा कि चलो पंजाब यूनिवर्सिटी के कॉलेजेस में म मास्टर्स वगैरह ग्रेजुएशन करते हैं तो फिर मेरी एडमिशन जीसीजी में हो गई थी फिर शायद फर्स्ट ईयर में मुझे कुछ नहीं 2006 की बात है ये तो फर्स्ट ईयर में मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं हुई फिर सेकंड ईयर में भी शायद मतलब मुझे मुझे नहीं पता था कि अटॉप एग्जिमा है क्या है ये थोड़ा थोड़ा सा मेरे सन बर्न स्टार्ट हो गया था यहां पे फिर उस टाइम में फिर जैसे फ्रेंड्स को देखा हमने कि अच्छा मतलब ये क्रीम लगा लो वो क्रीम लगा लो है ना तो वैसे हमने स्टार्ट कर दिया था थोड़ा था ऐसे कुछ भी क्रीम लगाना शायद नो से मतलब कि मुझे यहां पे सन बन हो गया था अच्छा ह थो य फिर हम जैसे मतलब पार्लर चले जाते हैं फिर पार्लर वालो ने पता नहीं कुछ ऐसे ऐसे रब रब करना शुरू कर दिया था उन्होने ना तो वह सब कुछ ऐसे ऐसे करा यहां यहां पर दोनों जगह फिर मतलब मैंने शायद मुझे लगता है दो तीन महीना करा होगा हम लोगों ने जी तो आप उन दो तीन महीनों में अपना सेल्फ सेल्फ ट्रीटमेंट सेल्फ मेडिकेशन मत मुझे कुछ हुआ ही नहीं मतलब मेरी स्किन बिल्कुल ठीक थी कुछ नहीं हुआ मुझे सेकंड यर में भी कुछ नहीं हु 2007 में भी कुछ नहीं हुआ तो मुझे लगता है कि 2008 से मुझे ो थो स्टार्ट होने लग गया था पर मुझे नहीं पता था ये एजमा है ये क्योंकि हम स्टूडेंट से नहीं पता होता जी बिल्कुल फिर फिर क्या हुआ मुझे थोड़ा थोड़ा सा ऐसे ऐसे मतलब की ऐसे छोटे-छोटे से दाने फेस पर आने लग गए फिर वो उससे पानी निकलने ल डिस्चार्ज होने लग गया था फिर मैंने कहा अच्छा ये क्या हुआ उसम ईचिंग बहुत ज्यादा ची होने लग गया फिर फिर हमने कहा चलो फिर डॉक्टर के पास जाते हैं फिर मोहाली में थे कोई मतलब की डर्मेटोलॉजिस्ट वहां चले गए हम जी फिर उन्होंने पता नहीं सॉफ्ट कोर करके कोई ऑइंटमेंट थी उस टाइम में मुझे कुछ याद है सॉफ्ट कोर था शायद उस ऑइंटमेंट को मैं लगाती थी और वो बिल्कुल ठीक हो जाता था और वो उस टाइम में सिर्फ चीक से स्टार्ट हुआ था मेरे और ऐसे यहां पे निकला था और उसे पानी बहुत निकलता था फिर उन्होने सॉफ्ट को ऑइंटमेंट देना और ठीक हो जाना मैंने और मैंने ऐसे मतलब कि मुझे लगता है कि मैंने पूरा एक साल ऐसे ही किया मतलब मैं कहीं पे भी होंगी तो मुझे ऐसा होता था वो निकल गया है अब मेरी दवाई खत्म हो गई है अब मुझे जाकर मोहाली ही जाना है उसी डॉक्टर कंटिन्यू एक साल वो ऑइंटमेंट अपने फेस पे स् क्य मैं एडिक्टेड हो गई थी मतलब मुझे ऐसा होता है डस्टबिन से भी निकालना है उस उस चीज कोओ फिर मैंने वो स्टार्ट करा वो मतलब ठीक हो जाती थी तो मुझे लगा कि चलो ठीक है ऐसे ऐसे चलता गया फिर मैं यूनिवर्सिटी चली गई तो ये चल ही रहा था तो ड आपको डिटेल में समझाया कि ये प्रॉब्लम है और हम भी शायद इतने अवेयर नहीं थे उस टाइम स्टूडेंट थे तो हम पूछते भी नहीं थे क्रॉस क्वेश्चनिंग भी नहीं करते थे कि सर ये मुझे क्या बीमारी है जैसे जैसे हम बड़े होते गए तो फिर मुझे लगा बीमारी तो चले जा रही है चले जा रही है बकुल और फिर क्या हुआ मास्टर्स में भी यही था फिर उसके बाद मैंने पीएचडी की पीयू से और पीएचडी के टाइम में सब कुछ चल ही रहा था ये सब कुछ मैंने कहा तो वर्स्ट होए जा रहा है और फिर क्या है उसके बाद वो हाथों में आ गया इतने साल मतलब हां चल रहा तीन साल आपके ग्रेजुएशन के दो साल आपके मास्टर्स के फाइव इयर्स कंटीन्यूअसली आपने इसको फेस किया फेस किया पर सॉफ्टकोर मैंने बंद कर दिया था उसके बाद मैं और भी मतलब कि दूसरे डॉक्टर्स को मैंने दिखाना शुरू करा फिर जैसे लोग कोई बोलते हैं कि सेक्टर 16 वाले हॉस्पिटल में चले जाओ वहां पे बहुत अच्छे डर्मेटोलॉजिस्ट हैं है ना फिर हम उनके पास भी गए उन्होंने भी मेडिसिन दी फिर उसके बाद हम उनके क्लिनिक में गए उनका क्लिनिक भी कहीं मोहाली में ही था कते फिर उन्होंने कहा कि मैं यहां से शिफ्ट कर रहा हूं अपना मोहाली जा रहा हूं तो आप मेरे क्लिनिक में आना तो हमने मुझे लगता है शायद दो तीन साल हमने उनको भी उनके पास भी हम गए मतलब ग्रेजुएशन के बाद की बात है ये मास्टर्स में तो मैं उनके पास जाती थी और वो मुझे मैंने सर मुझे कहते कि आपको मतलब ये जो लाइट्स है इससे भी दिक्कत है आपने ट्यूब लाइट्स के सामने नहीं खड़े होना ज्यादा देर तक आपने मतलब कि गैस के सामने ज्यादा देर तक खड़े नहीं होना है आपको मतलब कि इस भी दिक्कत है तो फिर मैंने कहा मैं नॉर्मल लाइफ कैसे जी सकती हूं एकली कि मैं मतलब कि ट्यूबलाइट के सामने भी ना जाऊं मैं चूले के सामने भी ना आ जाऊ ऐसे कैसे पॉसिबल हैक फिर मैं उनसे पूछती थी कि सर मुझे दिक्कत क्या है तुम्हें कोई प्रॉब्लम नहीं है पर ये इसको ना उनको ये उन्होंने कभी मुझे यह नहीं बोला कि आपको एग्जिमा है ये आपको बस स्किन प्रॉब्लम है तो वो तो मुझे भी दिख रहा था स्किन प्रॉब्लम है पर मुझे ये नहीं बताया डायग्नोज नहीं कर पा रहे थे वो है क्या जब कितने बड़े अच्छे डॉक्टर थे वो सेक्टर 16 में और फिर कहते कि आप ये सारी ट्यूब्स लगाते रहो तो उन्होंने मुझे एलो कोन आई थिंक मुझे याद आ रहा है एलो कोन दिया था शायद ओके और एलो कोन तो मुझे लगता है टोटली वो शायद वो है स्टेरॉइड्स है वो है ना तो उसको मैंने लगाना शुरू किया अब स्टेरॉइड तो एकदम से आपको बिल्कुल ठीक कर देती है है ना आप जैसे लगाते हो वो एक आध घंटे में ही आप बहुत रिलीफ मिलता है उसे तो मैं बिल्कुल अच्छा फील करने लगी मैंने कहा अच्छा ठीक है यार तो चल रहा है और ऐसे ऐसे चलता गया चलता गया मैं सर के पास जाती रही जी और मेरे स्किन पे उसके बाद वो काले काले से हल्के हल्के से दाग स्टार्ट हो गए क्योंकि वो मतलब कि वो स्किन काली [संगीत] बर्निंग हो गई हां और वो चीक्स पे ये यहां पे और बाल आने लग गए मेरे फेस पे अच्छा और फोरहेड मेरा काला पड़ने लगी अभी भी आया थोड़ा सा लाइट हो गया है ये ऐसे ऐसे पैच बन गए थे फिर और हाथ भी मतलब इस तरह से कह सकते हैं कि एक प्रॉब्लम कुछ टाइम के लिए ठीक हुई तो एक और वर्स प्रॉब्लम और थी तो वो फिर उसने साइड इफेक्ट तो निकलना ही था उसका ना तो फिर वो मेरे मतलब मुझे लगा कि ये तो ज्यादा खराब हो रहा है तो काले काले और सर बता भी नहीं रहे हम फिर मैंने कहा अब क्या किया जाए फिर फिर मैंने सोचा अब फिर वही 10 लोगों से आप पूछते हैं फिर उन्होंने बोला कि आप पीजेआई जाओ पीजेआई सबसे बेस्ट है मैंने कहा ठीक है हम पीजेआई इसलिए इसलिए भी नहीं जाते कि इतनी लाइन में कौन खड़ा रहेगा है ना वहां पे मतलब कि परेशानी होती है वगैरह वगैरह पर उन्होंने कहा कि नहीं पीजेआई वाले जो डर्मेटोल का जो फ्लोर है फिफ्थ फ्लोर दे वहां पे इतना रश नहीं होता आपको अपॉइंटमेंट आपको जल्दी से मिल जाती है पहुंच जाते हो ठीक है तो वहां भी स्टार्ट किया मैंने जाना फिर उन्होंने सारी हिस्ट्री वगैरह पूछी तो उन्होंने मैंने सर को भी कहा कि सर ये क्या है तो उन्होंने मुझे बताया ये अटोपिक एगमा इसको बोलते हैं और पर बेटा तूहे ना ये टेबलेट्स लेनी है और ये टेबलेट्स भी मतलब कभी-कभी लेनी है ये मतलब कहते खाने वाली दवाइयां नहीं खानी चाहिए इसमें स्किन की बीमारियों में हम आपको लगाने वाली ट्यूब्स व देते हैं मतलब छ सात साल बाद आपको एक्चुअली पता चला कि आपको प्रॉब्लम क्या है प्रॉब्लम क्या है वो भी पीजीआई जाकर बाहर के डॉक्टर तो बता भी नहीं रहे थे मुझे कि आपको टॉपिक एग्जिमा इसको बोलते हैं वो कहते आपने हीट में नहीं जाना है आपने बाहर नहीं जाना है आपने दूध से बच कर चलना है मतलब आप एक नॉर्मल लाइफ नहीं जी सकते कहने का मतलब उनका ये था फिर मैंने कहा चलो मैं पीजे पहुंच गई हूं तो शायद मैं ठीक हो जाऊंगी फिर मैंने उन डॉक्टर से पूछना कि सर मुझे मैं ठीक हो जाऊंगी ना ऐसे और मुझे इवन मैं ये भी पूछती थी कि मुझे खाना क्या नहीं खाना है और क्या खाना है मुझे ये भी बता दो आप डाइट डाइट भी बता दो मुझे क्या लेना चाहिए और किस चीज से मुझे हो रहा है उन्होंने मेरा पैच टेस्ट भी करवाया था पीछे बैक में ना तो पैच टेस्ट भी लिया था तब भी उन्होंने बोला कि ठीक है तुम्हारा बस ये है कि एक जैसे डायबिटिक पेशेंट होता है नाज जी हां जी तुम भी वैसे ही हो और ये तुम्हारा लाइफ टाइम चलेगा और मतलब उन्होंने कहा कि आपने हाथों में ग्लव्स लगा के ही काम करना है आपको ग्लव्स लगा के काम करना होगा आप डिटर्जेंट में डायरेक्ट हाथ नहीं लगा सकती हैं ठीक है और कहते बाहर आपने फेस को कवर करके रखना है है ना तो फिर मैंने कहा सर मैं मतलब क्योंकि मैं हाथों से काम तो कर ही नहीं सकती थी मेरे तो वो कट्स पड़ रहे थे हाथों में बहुत ज्यादा एग्जिमा बहुत हो गया था ओके मतलब स्किन से आपके फेस से आपके हाथ फेस से मेरे हाथों में आ गया वो अच्छा तो उसके बाद क्या हुआ कि वो क्रैक्स पते थे पानी में हाथ लगाओ तो जलना और हम हॉस्टल में रहते कुकिंग बेशक नहीं करते थे पर कपड़े तो धोते थे अपने हाथों से ना नहाना भी होता है हाथ तो मतलब दिन में पता नहीं कितनी बार पानी में हाथ जाता है जी जी हा जी तो मैं वो नहीं कर पाती थी तो डॉक्टर ने कहा कि आपको ग्लव्स ग्लव्स से ही आपको काम करना है कुछ भी करोगे फिर मैंने कहा सर मैं तो अभी चलो स्टूडेंट हूं अभी तो मैं कर सकती हूं और मैंने कहा कल को मेरी मैरिज भी होनी है मैं ऐसे लाइफ टाइम कैसे चलेगा कते चले करना तो पड़ेगा और तो कोई ऑप्शन ही नहीं है तुम देखो बाहर इने मजदूर लोग खड़े हैं है ना और कोई हाउसवाइफ है बाहर बहुत सारी लेडीज खड़ी हैं जो इसी बीमारी से को जूझ रही है पर उनको भी पहनना है फिर उन्होंने मुझे बड़े एग्जांपल दिए बाहर देखो ऐसे मजदूर भी मेरे पास आते हैं जो मतलब कहीं मजदूरी कर रहे हैं और उनको मतलब कि वो लोग ऐसे कहते हैं कि अगर मैं ग्लव्स लगा के काम करूं तो मेरा मालिक कहता है कि तू ब तू मतलब बड़ा हाईफाई बन रहा है तू मतलब गव्स लगा के काम कर रहा है वो उसकी बीमारी को नहीं समझेंगे तो कहते वो भी तो कर रहे हैं आपको भी करना पड़ेगा तो मैंने उनके पास देखा जैसे हम बैठे होते थे बाहर अपने वेट मतलब अपने नंबर का वेट कर रहे होते थे तो मैंने बहुत पेशेंट ऐसे देखे है वहां पे जो इतने परेशान है टॉपिक एग्जिमा से और उनकी कंडीशन ऐसी हो गई है कि पूरा फेस काला हो गया है क्योंकि उन्होंने इतनी ऑइंटमेंट स्टरेस लगा लगाकर फेस काला कर दिया है और कई लोगों की बॉडी में फैल गया हुआ है एग्जिमा माय गॉड तो फिर मैं देख रही हूं उनको कि मतलब उनका तो जैसे मेरी हालत है उनसे मेरी हालत से ज्यादा वर्स्ट है उनकी हालत ना पर जा रहे हैं विश्वास है उनको कि पीजीआई पे मैं तो ऐसे मैंने पीजेआई के फिर मतलब मुझे लगता है शायद वही दो तीन साल चार साल उन्हीं के पीछे कि शायद मैं ठीक हो जाऊंगी हर दिन वैसे ही परेशान होकर निकलना बैक ऑफ द माइंड ये भी तो होगा ना कि इतना टफ लाइफ स्टाइल बना दिया हर वक्त हाथ को कवर करके रखो फेस को कवर करके रखो मतलब पूरी जिंदगी ऐसे कैसे चलेगा मैंने यही क्वेश्चन किया था तो उन्होंने मुझे एग्जांपल यही तो दिया था कि आप एक मजदूर को देखो वो भी तो कर रहा है और हाउस वाइफ है बहुत सारी वो भी कर रही है वो भी मुझसे यही बोलती है पर मैं बोलता हूं करना पड़ेगा आप डायरेक्ट साबुन में डिटर्जन में हाथ डाल ही नहीं सकती हैं अब एक नॉर्मल लाइफ नहीं जी सकती मतलब उनके कहने का मतलब ये था तो मैंने कहा ऐसे तो पॉसिबल नहीं है फिर पर वही ऑप्शन ही नहीं है क्या करें क्योंकि मैं बहुत 10 जगह जाकर मैंने देख लिया था फिर मैंने कहा ठीक है तो चल रहा था बस फिर हर दिन जैसे जाना मैंने जब जब उन्होंने मुझे बुलाना दो महीने बाद आओ तीन महीने बाद आओ फिर कभी वो ट्यूब्स कम कर रहे हैं कभी इमोजन दे रहे हैं कभी एलो एलोन तो उन्होंने नहीं दिया उन्होंने लोकन को मुझे ये कहा कि इसमें बहुत ज्यादा स्टेरॉइड्स है आप इसको बिल्कुल फेंक दो डस्टन में डाल ने वो पहले कितने टाइम यूज की थी एलो कोन को मैंने यूज किया था जब से मैंने मतलब मुझे लग रहा है दो-तीन साल दो साल तो मैंने यूज किया था और उसी की वजह से मेरी स्किन काली होने स्टार्ट हो गई थी जैसे चीक्स पे और फरड तो बहुत ज्यादा पैचेज हां काली हो गई थी मेरी और मैं उसको डस्ट पिन से उठाकर लगाती थी मतलब ऐसा होता था कि नहीं काइंड ऑफ हो गया हां जी मुझे ऐसा होता था नहीं उसको उठाना है मुझे और मुझे लगाना है बस कहां बस मुझे मिल जाए मुझे बस पर वही पीजे वालो ने मुझे उससे तो बाहर निकाल दिया तो उन्होंने मुझे कभी इमोजन दे रहे हैं कभी कोई को ट्यूब को कोई भी कोई ट्यूब मतलब वो चल ही रहा है उनका पर वही कि मैं वहां से भी सेटिस्फाई ह फिर मैंने कहा अब क्या करूं और उनका मैंने देखा कि बिहेवियर भी बड़ा वैसे कि आप एक पेशेंट है जो बहुत परेशान है आप उसको अच्छे से ट्रीट नहीं कर रहे हो और आप उनको बोल रहे हो कि नहीं कुछ नहीं है ये नहीं हो सकता बस सो गया हो गया ठीक है इस तरह से ट्रीटमेंट करना है उन्होने ना मतलब बीमारी से तो जूजो साथ ही मेंटल स्ट्रेस से भी डिप्रेशन में जा ये भी बता रहे ना कि आपको खाने में क्या अवॉइड करना चाहिए और और उन्होने मुझे ये बोल कि लाइफ टाइम चलने वाली बीमारी है इससे तुम बाहर नहीं निकल सकते तो फिर और आप जा भी रहे हो इतने परेशान हो के जा रहे हो और आप सोच रहे हो कि एक साल हो गया इनकी मेडिसिन को लेते फिर भी इफेक्ट नहीं है ने आती है ये आ ही रही है मैंने कहा ये क्या हो रहा है फिर दूसरा साल भी ऐसे सेम चल रहा है फिर हमने परेशान हो के डॉक्टर के पास जाना फिर डॉक्टर ने भी वैसे रूड सा जवाब देना नहीं कुछ नहीं तुम्हें कितनी बार बोल कितनी बार समझाऊ मैं इस टाइप का फिर मैंने कहा अब मैं क्या करूं फिर मैंने क्या किया होम्योपैथिक साइड गई मैं मुझे किसी ने कहा कि होम्योपैथिक में स्किन के लिए बहुत अच्छा है होमपथ साइड जाओ ठीक है फिर मैंने चंडीगढ़ में ड्यू केयर है सेक्टर 23 में शायद अरोमा से आगे है सेक्टर 23 मुझे याद है 21 या 23 है कुछ ड्यू केयर ओके उनके पास गई और ये कब की बात होगी अराउंड ये होगी 2000 12 डरिंग पीएचडी आपकी 18 आई थिंक मुझे लगता है 17 18 हां 16 17 की बात है शायद ये ड्यू केयर जब मैं गई तो ड्यू केयर गई और वो मैंने वही ग से सर्च करके कि सबसे बेस्ट यहां पे होमोपैथिक कौन है क्योंकि मैं चाह रही थी कि बस मुझे क्या है मुझे ठीक होना है पैसों की मतलब वो नहीं है कि बस मुझे ठीक होना है तो मैंने कहा मुझे बेस्ट जगह प जाना है फिर मैं होम्योपैथिक ड्यू केयर चली गई उनके पास गई फिर उन्होंने कहा कि ठीक है ये तो आपको हम ठीक कर देंगे बकुल मैंने कहा ठीक है फिर उनकी थोड़ी बहुत मैंने फेस पे और हैंड्स पे वही सब चल रहा था फेस पे चीक्स पे और फोरहेड पे नेक पे है ना और हाथों में इस जगह पे था फिर उन्होंने कहा कि ये ठीक हो जाएगा आप टेंशन नहीं लो फिर मैंने कहा ठीक है फिर उन्होंने वो जो गोलिया सी होती है वाइट वाइट सी जोनकी होमोपैथिक होती है वो सब कुछ दिया उन्होंने और मैंने स्टार्ट कर दिया फिर तीन चार महीने मुझे एक्जेक्टली याद नहीं है कितने महीनों में दो-तीन महीनों बाद ही उसका जो रिएक्शन हुआ मुझे लेग्स प कभी नहीं हुआ था मुझे लेग यहां से लेकर यहां तक और वो इतना गंदा हुआ मैं उसको देख नहीं सकती थी मेरे कपड़े चिपक जाते थे माय गॉड वो फट गए ऐसे और पानी पानी पानी निकले जाए उससे मैं तो और फिर मैं उस टाइम में मेरी अपॉइंटमेंट भी हुई थी मेरी मतलब 2018 में और मुझे कॉलेज भी जाना है फिर वो सूट ऐसे चिपक जाता था मेरे हम फिर मैं अपने स्टाफ वालो को दिखा भी नहीं सकती थी कि ये क्या हुआ है और दोनों लेग्स पेली और फिर जब सूखना उसने तो वो ऐसे ऐसे गिरना उसने ना वैसे सूख कर फिर मब कंडीशन और ज्यादा वर्स हो गई होमपथ की वजह से होमोपैथी की वजह से उससे और वर्स्ट हो गई मेरी और वो लेग्स भी आ गया इधर पूरा यहां से लेकर यहां तक फिर भी मैं जा रही हूं और मैंने उनको बोला भी मैंने कहा सर ये तो कंडीशन वर्स्ट हो गई है मेरी नहीं नहीं ये ऐसे ही तो होता है होम्योपैथिक में ऐसे ही इलाज होता है वो कहते पहले बीमारी आपकी पूरी बाहर निकलती है फिर जाके आपको बिल्कुल आपके जड़ से ये खत्म हो जाती है क्योंकि मैंने सुना भी यही था मैंने कहा शायद ऐसे ही होता होगा फिर वही मैं जा रही जाती रही उनके पास मेरी कंडीशन वही की वही है मैं नहाने जा रही हूं तो मुझे दिक्कत हो रही है मैं कैसे नहा काम में प्रॉब्लम पानी तो जा ही नहीं सकता था पानी जा रहा है तो वो सारा सेप्टिक होए जा रहा है अरे याद है जब मैं मिला था इनसे तो इनके फोरहेड में एक पूरी परस ससी होती थी लाइक अपने जो सांप होता है स्नेक उसकी चमड़ी नहीं होती है मानी चमड़ी छोड़ के नेक्स्ट उस च जाता है तरह से पूरी येरी डेड स्किन की लेर वो अलग से ऐसे बाहर आती थी उकड़ के बाहर आती थी कहा ये तो बहुत वस हो रहा बिल्कुल बिल्कुल बिलकुल तो दिखाई देता था कि कुछ अलग है कुछ किसी चीज का इफेक्ट है ये जो अलग से लेयर आ ग सब स्टेरॉइड्स का पीजीआई वालों ने मैं ये नहीं कहूंगी कि वर्स किया जो मेरी कंडीशन थी मैं वैसी की वैसी थी बस वो ट्यूब्स दिए जा रहे थे और मैं लगाए जा रही थी तो बस होम्योपैथिक जब गई उसने वर्स कंडीशन कर दी फिर मैं मतलब ऐसे हो गया लिटरली मतलब मैं क्या करूं मतलब या मतलब कई बार ऐ आता था कि मैं सुसाइड कर लेती हूं इसके साथ तो नहीं रह सकती मैं मब ऐसा मन होता था कि आप मैं फिर डिप्रेशन में जा रही थी थोड़ा सा मुझे ऐसा मैं डिप्रेसिव नहीं मिल रहा बल्कि कंडीशन आपकी वर्स्ट हो रही ली नेगेटिव थ हम यही सोचते हैं कि आप पीजेआई सबसे लास्ट है पीजे से अच्छा और क्या हो सकता है है ना और आपको जाकर वहां भी सेटिस्फेक्शन नहीं मिल रही है फिर आप होम्योपैथिक जा रहे हो और उसके बाद लगता है हम कहां जाए क्या करें फिर बस मैं डिप्रेशन में चल रही थी और मतलब कि एक अच्छी बात थी कि मेरे पास अपना फेलोशिप भी था मेरा मतलब की साथ में जब मैं पीएचडी कर मेरी फेलोशिप भी थी फेलोशिप थी तो फिर पैसा वहां से आ जाता था हमारे को और पेरेंट्स को भी मैंने ज्यादा शेयर नहीं करा था और फिर पेरेंट्स को शेयर कर दो पेरेंट्स मानते भी नहीं है कि ऐसी कोई बीमारी भी हो सकती है स्किन की बीमारियों को ज्यादा वो सीरियस भी नहीं लेते ना लेते बिल्कुल फिर चलो अपॉइंटमेंट जॉब जूब लगी तो मैंने जैसे ये दिखाया होमोपैथिक वालो को तो ये बर्स्ट हो गया फिर वही कि मैंने सो अब क्या करूं अब मैं सोचती हूं आयुर्वेदिक साइड जाती हूं मैंने कहा अब वो भी अपना ले कर लि फिर मैं पतंजलि आयुर्वेदिक पतंजलि पतंजलि चली गी पतंजलि के स्टोर चली गी फिर पतल स्टोर गई फिर उन्होंने बोला कि अच्छा आप ये चोन ले लो ये खा लो कुछ नहीं हुआ उससे फ मैंने कहा मैं आयुर्वेदिक ही कर करूंगी फिर मैंने जी छोटे बच्चे की बनी है शायद एक दो बच्चों की बनी है छोटे बच्चे हैं वो तो वो उनके पेरेंट्स बोलते हैं हम बिल्कुल सेटिस्फाई हैं हमारे बच्चे बिल्कुल ठीक हो गए फिर मैंने कहा मैं भी ठीक हो जाऊंगी मैंने कहा मैं भी जाती हूं फिर बस मैंने वो न् और उनका ऐसे बोलना मे लिए ऐसा था अच्छा मैं ठीक हो जाऊंगी पॉजिटिविटी आ जाती है थो और मुझे सब डॉक्टर्स ने ये कहा था कि तुम ठीक नहीं हो सकती मतलब पीजेआई के हेड एचओडी ने ये कहा कि आप ठीक नहीं हो सकते आप पूरी जिंदगी भर इस बीमारी को लेकर चलोगे जी और सर ने मुझे देखते ही बोल दिया कि बस जैसा मैं बोलता हूं वैसा सब कुछ तुमने फॉलो करना है और तुम मतलब तुम इसका असर क्या है तुम एक दो महीनों में खुद देखोगी कितने सालों से आप परेशान और हां हां और मैं बाहर आई जैसे डॉक्टर से बात करके और मे फ्रेंड के सामने आके रोने लगी मैं मैंने कहा यार मुझे यह बोला कि मैं ठीक हो जाऊंगी और बस उसके बाद स्टार्ट हुआ था यह जर्नी प्लाट आ आयुर्वेदा का फिर जैसे जैसे सर ने कहा कि आपने मिल्क सर ने यही कहा कि मिल्क प्रोडक्ट्स नहीं लेनी है आपने जी और मुझे पीछे लो ने कभी बताया नहीं कि तुम मिल्क प्रोडक्ट्स मत लो मत लो कहते आपने डायरेक प्रक्स नहीं लेनी है आप बिल्कुल वगन आप रहेंगे है ना आपने नहीं लेना है ये अगर आप फिर मैंने कहा सर मैं कैसे रह सक मैं दूध पिए बिना कैसे रहूं कते उसके लिए आपके पास और भी ऑप्श है आप मतलब कि सोया मिल्क ले लो आप आमंड मिल्क ले लो है ना अब ये सब कुछ आपके पास ऑप्शंस है तो फिर मैंने कहा सर मेरा लाइफ टाइम ऐसे ही चलेगा तो उने कहा नहीं ऐसा थोड़ी ना है तुम्हें सिर्फ वन ईयर टू ईयर ज्यादा से ज्यादा है ना तो उसके बाद तुम सब कुछ खा सकती हो ये सिर्फ कुछ टाइम के लिए बोल रहा हूं मैं जिस टाइम जब तक तुम्हारी मेडिसिन चल रही है जब तक तुम बिल्कुल ठीक नहीं हो जाती तब तक तुम्हें ये सब कुछ क्या है मतलब अवॉइड करना है तभी तुम ठीक हो पाओगी उसके बाद तुम सब कुछ ले सकती हो और यही सेम चीज आज हो रही है मेरे साथ ओके और मैं मतलब मैंने शायद दो महीनों में ही मुझे लगता है इफेक्ट देखना स्टार्ट कर दिया था उसका ग्रेट कब आए थे आप डॉक्टर विक्रम के पास अब मुझे वो एगजैक्टली वो ईयर याद नहीं है 2018 में मेरी अपॉइंटमेंट हुई थी आई थिंक मुझे लगता है 19 में शायद आई 18 19 ऐसा कुछ आई होंगी शायद में ओ ओके ओके ओके तो सर ने आपको प्रॉपर डाइट और मेडिसिन दी आपने स्ट्रिक्टली फॉलो किया स्ट्रिक्टली फॉलो किया क्योंकि मैं इतनी परेशान हो गई थी मुझे बस बीमारी से बाहर निकलना था ज मुझे सर ने ये कहा कि तुम बिल्कुल निकल जाओगी पर तुम्हें जो मैं कह रहा हूं कि जो चीज नहीं खानी है तो वो बिल्कुल नहीं खानी है जैसे मुझे ये कहा कि एनिमल मिल्क से बनी हुई कोई भी चीज आपने नहीं खानी है तो मैंने कहा ठीक है मैं नहीं खाऊंगी और मैं नहीं खाती थी बिल्कुल नहीं खाती थी मैं तो बस आज मैं यहां हूं देखो मैं बिल्कुल ठीक हूं मैं तो कितना वक्त लगा आपको ठीक होने में कंपलीटली एक दो महीनों में आपको असर दिखना श एक दो महीन में मुझे असर दिखना स्टार्ट हो गया था कंपलीटली मैं ये कहूंगी मुझे दो साल में मैं शायद मैं ठीक हो गई थी हां एक दो साल में मैं बक ठीक होना मींस की मतलब नॉर्मल डाइट स्ट नर्मल डाइट स्टार्ट कर दिया था यस ओवरकम करके आ ओके ओके अब मैं मतलब कि दूध भी ले रही हूं अब दूध से भी मुझे एलर्जी नहीं हो रही है जी कभी कभी मुझे हो जाता है जैसे कभी कोई गर्म तासीर वाली कोई ज्यादा जैसे बैंगन कभी खा लि तब थोड़ा सा निकलते है मेरे हाथों में हल्के हल्के से पर अब वैसे वर्स कंडीशन नहीं है अब मतलब मुझे कोई दवाइयों के साइड जाने की जरूरत नहीं है तभी इस और अभी आपको देख के ऐसा बिल्कुल नहीं लग रहा है कि आपको इतनी वर्स कंडीशन कभी आपने फेस की होगी या ऐसी सिचुएशन जैसे आप एक्सप्रेस कर रहे हैं वो आप ही के साथ हुई थी अभी आपको देख के ऐसा बिल्कुल नहीं लग रहा है और मैं अपने साथ वालो को भी यही शेयर करती हूं कि प्लीज आप एक मतलब प्लांट आयुर्वेदा जाओ अगर कोई भी स्किन से कोई डिजीज है आप वहां जाओ पर वही है कि कई लोग सोचते हैं कि नहीं आयुर्वेद आयुर्वेदिक में कोई इलाज नहीं है हमने वो कहते हैं कि फलाना जगह हमने आयुर्वेदा दिखाया है हमने हमने हर जगह आयुर्वेदिक मेडिसिन लि मैं हम तो सजेस्ट कर सकते हैं बाकी कि ना सही जगह पहुंचना जरूरी है और उस के अकॉर्डिंग अभी जैसे आपका ट्रस्ट आयुर्वेदा पर बन गया बिकॉज ऑफ डॉक्टर विक्रम आयुर्वेदा भी सिर्फ प्लानेट आयुर्वेदा अब आयुर्वेदा मैं कह रही हूं पतंजलि हम देखते हैं पतंजलि के पास बहुत लोग जाते हैं है ना तो आयुर्वेदा मतलब मुझे लगता है कि बहुत जगह पंजाब में तो खासकर बहुत जगह आयुर्वेदिक है है ना हर कोई दूसरा बंदा आयुर्वेदिक खुलकर बैठा हुआ है डिपेंड करता है कि आपको कहां से सप्लीमेंट्स किसकी बहुत इफेक्टिव है और अच्छी है और कोई साइड इफेक्ट नहीं है बिल्कुल और शायद इन् बैड एक्सपीरियंस की वजह से लोगों का भरोसा भी उठ रहा है हालांकि ये हमारी इंडियन पद्धति है बहुत समय से हम इसको फॉलो करते हैं कर रहे हैं हा जी तो जो कॉन्फिडेंस सर ने आपको दिया जो आपका जैसे आपने बताया कि आप डिप्रेशन में जा रही थी तो वो मेंटली कहां तक आपको रिलीफ मिला मैं मतलब कि मुझे लगता है कि मैं शायद ना 50 पर ऐसी हो गई थी कि नहीं अब मैं ठीक हो जाऊंगी जी मैं बहुत पॉजिटिव हो गई थी और जब मैं एक महीने में जब मैंने देखा कि अच्छा मैं तो ठीक हो रही हूं तो मुझे और अच्छा लगा बिल्कुल फिर बस उसके मैं ठीक होती रही राइट तो यह पॉजिटिविटी प्रॉपर डाइट और प्रॉपर मेडिसिन यह फॉलो करना बहुत जरूरी है अगर आपको रिजल्ट्स चाहिए अगर आप चाहते हैं कि बिल्कुल स्वस्थ होना है तो इन तीनों चीजों का फॉलो करना बहुत जरूरी है राइट सो क्या मैसेज देना चाहेंगे आप उन लोगों को और हमारा वीडियो बनाने का पर्पस भी यही है कि ज्यादा से ज्यादा लोग जिनको सल नहीं मिल रहा है जो आपकी तरह शायद डिप्रेस्ड थे परेशान हो चुके हैं कहां-कहां ट्रीटमेंट लेके और मुझे लगता है आप थोड़ा पहले पहुंच जाती तो ये जो वर्स्ट कंडीशन से आप गुजरी है वो भी शायद नहीं हो बट एवरीथिंग हैपेंस एट द राइट टाइम ए सेड तो आप भी थोड़ा इंस्पिरेशन लीजिए और अगर किसी भी प्रॉब्लम से आप जूझ रहे हैं तो एक बार अपने डॉक्टर को अपने आयुर्वेदिक डॉक्टर को या प्लानेट आयुर्वेदा को कंसल्ट जरूर कीजिए ऑनलाइन कंसल्टेशन भी अवेलेबल है एक मैसेज मैम की तरफ से जो लोगों को आप देना चाहेंगे स्पेशली फॉर आयुर्वेद मैं यह मैसेज देना चाहूंगी कि आयुर्वेदिक मैंने य जैसे अभी भी अभी कहा था आपसे मैंने 10 जगह आयुर्वेदिक लोगों ने खोल रखे हैं आपको ये होता है कि आप सही प्लेस प जाए बिल्कुल है ना और आजकल तो ऐसे कि सोशल मीडिया बहुत एक्टिव है तो आप मतलब य में जाकर देख सकते हैं है ना जी तो वहां पर लोगों की रिव्यूज बिल्कुल है ना वो देख सकते हैं तो आप मतलब कि मतलब मुझे लगता है कि जगह प जाए और मुझे लगता है प्लानेट आयुर्वेदा आयुर्वेदिक के लिए सबसे बेस्ट है जी जो मेरी नॉलेज में है अभी तक जी आपको क्या लगता है कि ये प्रॉब्लम का अ करेंस हुआ क्यों क्यों ये प्रॉब्लम आपको हुई कुछ एनवायरमेंटल फैक्टर्स थे याल फक्टर ही होगा वही होगा क्योंकि शिमला बहुत ठंडा है और चंडीगढ़ एकदम बहुत ज्यादा गर्म है यहां पे तो मुझे लगता है वेदर की वजह से ही शायद हुआ होगा क्योंकि उससे पहले तो मैं बिल्कुल ठीक थी जी उससे पहले तो जब मैं स्कूल टाइम में थी तो हम तो चार में कोई सनस्क्रीन भी नहीं लगाते थे जी यहीं आकर सब कुछ स्टार्ट किया था बिलकुल तो मुझे लगता है शायद वेदर की वजह से ओके और कौन-कौन सी मेडिसिन डॉक्टर ने आपको दी थी कुछ याद है आपको एक google2 तीन एक और भी थी जी तो जैसे आपने बोला दो साल बाद आप बिल्कुल ठीक हो गई थी लगभग 2020 के आसपास बिल्कुल तो अभी 2024 है वापस कैसे आना हु प वापस इसलिए क्योंकि मैं बहुत ज्यादा ट्रस्ट करती हूं प्लानेट आयुर्वेदा पे किसी भी बीमारी को लेकर ओके तो मतलब मुझे लगता है कि ये इस बीमारी का इलाज मुझे एलोपैथिक में नहीं जाना है मुझे प्लानेट आयुर्वेदा से ही लेना है तो अभी जैसे मतलब मेरे हस्बैंड को थोड़ी सी पाइल्स की थोड़ी दिक्कत स्टार्ट हो गई है ओके अभी मतलब फर्स्ट स्टेज मुझे लगता है तो मुझे लगा कि नहीं मैंने ये मुझे कहते कि नहीं हम एलोपैथिक हम लोग पीजे व दिखाते हैं मैंने कहा नहीं हमने नहीं जाना वहां पे मैंने कहा हम आयुर्वेदिक साइड से जाएंगे और मतलब कि वही फिर आद वो भी मैंने मैं जो भी कोई बीमारी हो ना किसी भी बीमारी को लेकर मैं वीडियो सबसे पहले प्लांट आयुर्वेद का ही देखती हूं कि अब डॉक्टर विक्रम सर क्या बोल रहे हैं इसके गाडि क्या गाइडेंस इनकी बस तो फिर मैंने पाल्स केलिए देखा फिर मैंने कहा मैंने हस्बैंड को कहा कि हम वही जाएंगे जी पहले आप सबसे लास्ट में आई थी प्लेनेट आयुर्वेदा के पास आपकी प्रॉब्लम को लेके अभी आप सबसे पहले सबसे पहले आई हू बिल्कुल हाज हा जी जी तो सर का पूरा सपोर्ट रहा आपके इस प्रोसेस में इस ट्रीटमेंट में हां जी मैं जब से मतलब शादी के बाद से तो बिल्कुल पूरा सपोर्ट रहा ये मुझे समझते हैं कि अच्छा इसको अब डस से दिक्कत है अब ये डिटर्जेंट में डायरेक्ट हाथ नहीं डाल सकती जब मुझे हो जाता था एग्जिमा तो ये मुझे पूरा सपोर्ट करते थे कि यह काम मैं करूंगा इस काम को आप मत करो ट्स ग्रेट इंस्पिरेशन सेट कर रहे हैं बिल्कुल और मुझे लगता है ये सपोर्ट एक फीमेल के लिए होना बहुत जरूरी है बहुत जरूरी है और इस बीमारी को मुझे लगता है टॉपिक एजीमा को बहुत लोग मतलब फैमिली जो है नहीं समझ पाएंगे बिल्कुल बिलकुल समज नहीं पाएंगे कि ये भी कोई बीमारी होती है वो कहेंगे कि अच्छा तुम मतलब बर्तन नहीं धो सकती इसमें क्या दिक्कत है तुम कपड़े नहीं धो सकती इसमें क्या दिक्कत है कौन सी जलन हो रही है क्या हो रहा है तुम्हे क्योंकि ये कोई ऐसा थोड़ी ना है कि ब बडि ब्लीडिंग हो रही है इसमें ना ये कट्स करते हैं पाई निकलता है ना और इसमें खारिश जो होती है जलन जो होती है वो तो जो पेशेंट है वही समझ सकता है और इसमें ना फैमिली सपोर्ट होना बहुत जरूरी है और बहुत लोग मुझे लगता है नहीं समझते इस बीमारी को राइट और मुझे लगता है इस डिप्रेशन में जाने से आपको प्लानेट आयुर्वेदा के साथ-साथ सर का भी हाथ रहा होगा बचाने में फॉर श्यर तभी आज आप बिल्कुल स्वस्थ होके हमारे सामने बैठे हैं और अपने रिव्यूज शेयर कर रही हैं दूसरे लोग भी और मैं एक बात ये कहना चाहूंगी कि अगर आप आयुर्वेदिक स्टार्ट कर रहे हैं तो जो सर आपको कह रहे हैं कि डाइट आपने ये बिल्कुल अवॉइड करना है बकुल मेडिसिन के साथ तो सच में वो अवॉइड करना है आपने बिल्कुल अब ये नहीं कि आप मतलब कि आपको जो डॉक्टर ने बोला है कि आपने ये डाइट नहीं खाना है आप वो भी खा रही है और साथ में आप मेडिसिन भी ले रही है फिर आप बोलेंगे कि अच्छा मतलब कि मेरे को तो कोई इफेक्ट ही नहीं हुआ इसका फिर वो गलत मैसेज भी देते हैं फिर वो कि नहीं कोई इफेक्ट नहीं हो और मतलब कि हमने इतने साल हमने वहां लगा दिए तो ऐसे नहीं ठीक होंगे आप आपको बिल्कुल थोड़ा डिसिप्लिन होना पड़ेगा इसके लिए आपको मेडिसिन भी लेनी है तो साथ में डाइट प्लान जो सर ने कहा है बिल्कुल वही फॉलो करना पड़ेगा ऑनेस्टली बिल्कुल बिल्कुल तब जाके आपको कुछ उसका इफेक्ट दिखेगा तब जाके आप ठीक हो सकते हैं बिल्कुल और अगर ठीक करना है खुद को तो बहुत ज्यादा मुश्किल नहीं है सिर्फ माइंड में सेट ही करना है कि हां और कितने टाइम वन ईयर टू ईयर लाइफ टाइम तो नहीं है बिल्कुल बिल्कुल बिल्कुल अभी आपकी डाइट बिल्कुल नॉर्मल हो चुकी है बिल्कुल नॉर्मल मैं सारी मतलब जो भी डायरी प्रोडक्ट है सारी लेती हूं एनिमल वाली सारी एनिमल मिल्क से जो बनी हुई साइड आई प्रोड सब लेती हूं पहले मैं टोफू खा रही थी जो बिल्कुल बहुत ही बेकार लगता था सोया मिल्क मैंने पता नहीं कितने सालों तक सोया मिल्क और वो आमंड मिल्क सारा वो सॉफिट वाला सब कुछ इतना पिया है मैंने बहुत पी लिया अब मतलब मैं उनको देखती भी नहीं हूं अब मैं सब अमल वाला ही सब कुछ जी चलिए कुछ टाइम के लिए अल्टरनेट्स है आपके पास अगर चाहते तो जब मुझे लगता है कि नहीं हम थोड़ा सा कंडीशन भी खराब हो रही है फिर मैं सॉफिट वो सोया मिल्क साइड चली जाती हूं चलो मैं इसको ले लेती हूं पर अभी अब ऐसी नौबत नहीं आई है अब दो-तीन सालों से तो मैं ठीक हूं चलिए एंड आई विश कि आप हमेशा स्वस्थ रहे हेल्दी रहेलो विद र हस्बैंड एंड थैंक यू सो मच फॉर शेयरिंग योर थैंक य थैंक यू एंड फिर मिलेंगे बहुत जल्दी कुछ नई वीडियोस के साथ कुछ नए रिव्यूज के साथ तब तक दीजिए इजाजत नमस्कार लिवर किडनी लंग्स स्किन दिल पेट घुटने सिर पैर या बॉडी के किसी भी पार्ट से जुड़ी हो कोई भी समस्या अभी कॉल या whatsapp2 19123 456 पर हां जी अब सब बीमारियों का इलाज है बहुत आसान आपकी सेहत से जुड़ी हर समस्या का समाधान मिल रहा है घर बैठे अब आप दुनिया के किसी भी कोने से टॉप प्लानेट आयुर्वेदा एक्सपर्ट से ऑनलाइन बात करें परामर्श लें और दवा की भी करवाएं होम डिलीवरी हेल्थ प्रॉब्लम्स कोई भी हो सॉल्यूशन सिर्फ एक www.pan aa.com पूरे प्लानेट की सेहत का नंबर वन साथी [संगीत] [प्रशंसा] [संगीत] …